कंपनी के प्रदर्शन की मुख्य झलकियां:
1. शानदार राजस्व वृद्धि:
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने उल्लेखनीय रूप से अपने राजस्व में भारी वृद्धि दर्ज की, जो भारतीय दूरसंचार बाजार में बढ़ती मांग को दर्शाता है।
2. शुद्ध लाभ में उछाल:
शुद्ध लाभ में 469.2% की वृद्धि कंपनी की मजबूत परिचालन रणनीति और लागत प्रबंधन को दर्शाती है।
3. नई परियोजनाओं में बढ़त:
कंपनी ने हाल ही में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं में सफलता हासिल की है, जिसमें 4G और 5G नेटवर्क उपकरणों की आपूर्ति शामिल है।
प्रबंधन का दृष्टिकोण
तेजस नेटवर्क्स के सीईओ आनंद अत्रेया ने बताया कि कंपनी ने तिमाही में 30,000 से अधिक 4G साइट्स की सफलतापूर्वक डिलीवरी की है। इसके अलावा, फाइबर-ऑप्टिक नेटवर्क के क्षेत्र में भी नई उपलब्धियां हासिल की गई हैं। कंपनी अपनी उत्पाद श्रृंखला के विस्तार और रणनीतिक साझेदारियों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सीएफओ सुमित धींगरा के अनुसार, तिमाही के अंत में कंपनी की ऑर्डर बुक ₹4,845 करोड़ तक पहुंच गई है। इसके अलावा, कंपनी ने हाल ही में सांक्या लैब्स के साथ अपना विलय भी पूरा किया है, जिससे उसकी प्रौद्योगिकी क्षमताओं में और वृद्धि हुई है।
आगामी योजनाएं और अवसर
तेजस नेटवर्क्स की भविष्य की योजनाओं में BSNL के 4G और 5G नेटवर्क अपग्रेड, रेलवे के लिए "कवच" सुरक्षा प्रणाली, और देश में निजी 5G नेटवर्क समाधान प्रदान करना शामिल है। कंपनी भारतनेट प्रोजेक्ट के तीसरे चरण के लिए भी अपनी सेवाएं प्रदान करने की योजना बना रही है।
बाजार में प्रभाव
तेजस नेटवर्क्स के शानदार तिमाही प्रदर्शन के कारण कंपनी के शेयरों में उछाल देखने को मिला। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस अवधि में कंपनी के शेयरों में 5% की वृद्धि हुई है। वर्तमान में, कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹20,000 करोड़ से अधिक हो गया है, जो निवेशकों के लिए एक आशाजनक संकेत है।
निवेशकों के लिए संभावनाएं
तेजस नेटवर्क्स के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए, यह उन निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन सकता है जो दूरसंचार और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं। हालांकि, बढ़ते व्यय और नकदी प्रवाह पर प्रभाव जैसी चुनौतियों को ध्यान में रखना आवश्यक है।
निष्कर्ष
तेजस नेटवर्क्स ने इस तिमाही में जबरदस्त वृद्धि दिखाई है और अपनी विकास रणनीति के तहत आगे बढ़ रही है। 5G और ऑप्टिकल नेटवर्किंग के क्षेत्र में इसकी मजबूत पकड़, भारत में डिजिटल बुनियादी ढांचे को और मजबूती प्रदान करेगी। आने वाले समय में, कंपनी की विस्तार योजनाओं और तकनीकी नवाचारों पर नजर बनाए रखना जरूरी होगा।